बालकोनगर के डूगुपारा में शाम के समय 4 बच्चे घर के पास कैरम खेल रहे थे। चारों गहरे दोस्त थे। अचानक उन्होंने तालाब में नहाने की योजना बनाई और निकल गए। चारों ने घर में बताया कि मैना (चिड़िया) पकड़ने जा रहे हैं। वे चारों घर से दूर नदी की ओर चले गए। इनमें से 3 बच्चे तो लौट आए पर 11 साल का चौथा दोस्त गायब था। काफी खोज बीन के बाद पुलिस को खबर किया गया।
पुलिस बच्चे की तलाश में सारी ताकत झोँक दी पर कुछ न मिला। घर सुरक्षित लौटे 3 बालक कभी उसके तालाब में डूब जाने की बात करते तो कभी कुछ और। आखिरकार पुलिस ने एक युक्ति इस्तेमाल की और बच्चों को लजीज चॉकलेट देने का लालच दिया। चॉकलेट की बात सुनते ही बच्चों ने बताया कि वे चारों तालाब नहीं, बल्कि नदी चले गए थे। जहां वे नहाने की तैयारी कर ही रहे थे कि एक दोस्त का पैर फिसल गया और वह नदी में गिर गया। उन्होंने उसे तेज धारा में बहते देखा और डर कर घर लौट आए।
पुलिस के मुताबिक, इस घटना में शामिल चार बच्चे आपस में दोस्त हैं और दिनभर साथ रहते, खेलते-पढ़ते और घूमते थे। इन्हीं में चौथा दोस्त दीपक विश्वकर्मा पुत्र राजेंद विश्वकर्मा के नदी में बह जाने पर तीन बच्चे घर लौट आए।