
82 वर्षीय बुजुर्ग, जिनकी 12 साल पहले बाईपास सर्जरी हुई थी, अचानक तबीयत बिगड़ने और सांस फूलने की समस्या से जूझने लगे। उन्हें तुरंत वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. निखिल मोतीरमानी के पास ले जाया गया, जहां जांच में हार्ट अटैक की पुष्टि हुई। श्री नारायणा हॉस्पिटल में की गई एंजियोग्राफी में पता चला कि बाईपास ग्राफ्ट की नसें 99% ब्लॉक थीं।
डॉ. निखिल ने तुरंत एंजियोप्लेस्टी का निर्णय लिया और यह मुश्किल ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया। उन्होंने बताया कि बाईपास ग्राफ्ट की एंजियोप्लेस्टी सामान्यतः कठिन होती है, लेकिन यह ऑपरेशन सफल रहा और मरीज़ अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बाईपास के बाद अटैक आने पर एंजियोप्लेस्टी एक प्रभावी उपचार हो सकता है।
डॉ. निखिल मोतीरमानी वर्तमान में मोतीरमानी हार्ट क्लिनिक, शंकर नगर में निदेशक के रूप में सेवाएं दे रहे हैं।