गोवर्धनमठ पुरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती रविवार को रायपुर पहुंचे। इस दौरान धर्म और राजनीति से जुड़े सवालों का शंकराचार्य ने बेबाकी से जवाब दिया। छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर शंकराचार्य ने कहा कि इसके लिए सरकार और राज्यपाल दोषी हैं। वे अपने दायित्व का निर्वहन नहीं करते, इसलिए धर्मांतरण हो रहा है।
प्रदेश में सेवा के नाम पर हिंदू को अल्पसंख्यक बनाने का काम हो रहा है, जिसके लिए हिंदू समाज भी जिम्मेदार हैं। सामाजिक संस्थान भी दोषी हैं। प्रत्येक हिंदू परिवार के सदस्य एक रुपये और आस्था के लिए एक घंटे का समय निकालें। अपनी समस्या का समाधान मिलकर करें। एक समिति का गठन करके सांसदों, विधायकों और पार्षदों को भी जोड़ें। सभी मिलकर योजना बनाएं।
तीन मठों के मठाधीश के रायपुर आने की बात पर शंकराचार्य ने कहा, उन्हे मान्यता आप देंगे? कोई भी शंकराचार्य बनकर आएगा, उसे शंकराचार्य थोड़े ही मान लेंगे। पूर्व में शंकराचार्य ने अपने जीवन काल में किसी को जीवित समय में शंकराचार्य घोषित नहीं किया। पुराने तो मेरे परिचित थे। नए मेरे परिचित नहीं हैं। वहीं हिन्दू संगठनों को बैन करने पर शंकराचार्य ने कहा कि भगवान खुद निपट लेंगे मगर राजनीति में कोई ऐसा करे तो निंदनीय है।