कोटा के कन्या छात्रावास की छात्राओं ने छात्रावास की अधीक्षक के खिलाफ मोर्चा खोला दिया। छात्राओं का आरोप है कि छात्रावास की अधीक्षक उनसे मजदूरों की तरह काम लेती हैं। उनसे कपड़े धुलवाती है, खाने-पीने की व्यवस्था ठीक नहीं है। साबुन-सर्फ तक उन्हें खुद खरीदना पड़ता है। वह कार्यक्रम के लिए पैसे मांगती है। इतना ही नहीं बीमार पड़ने पर हॉस्पिटल तक नहीं ले जाया जाता है। अधीक्षिक की मनमानी से परेशान छात्राओं ने कोटा विकास खण्ड अधिकारी से शिकायत कर जल्द कार्रवाई करने की मांग की है।
बिलासपुर जिले से तकरीबन 25 किलोमीटर दूर स्थित कोटा में 100 बिस्तर वाला कन्या छात्रावास है। यह छात्रावास बच्चों की पढ़ाई में सुविधा के लिए बनाया गया है। लेकिन, यहां की अधीक्षिका की मनमानी कर रही हैं। इससे नाराज छात्राओं ने अधीक्षक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनका आरोप है कि अधीक्षिका कथित तौर पर उनको प्रताड़ित करती हैं। इसके कारण वे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। अधीक्षिक की मनमानी से परेशान छात्राओं ने कोटा विकास खण्ड अधिकारी से शिकायत कर जल्द कार्रवाई करने की मांग की है।