रायपुर। इस बार दिवाली में चाइनीस पटाखों की रौनक असमान में नहीं दिख पाएगी। हर साल चाइना से कई तरह के पटाखे लाए जाते थे, लेकिन इस साल चाइना के पटाखों को पूरी तरह बैन करने की बात कही है। भारत चाइना विवाद और कोरोना के कारण इस बार देशी पटाखों ही लोगों को मिलेंगे।
भारत और चीन सीमा पर विवाद का असर इस बार बिजनेस में भी दिखने वाला है। दुर्गा पूजा, दशहरा और दिवाली तीन बड़े त्योहारों पर चाइना आइटम का जोरदार विरोध देखने को मिल रहा है। चाइनीज पटाखों पर रोक के लिए कैट की प्रदेश इकाई ने विरोध जाहिर किया है। इसके साथ ही व्यापारियों और खरीदारों से चाइना के आइटम का विरोध करते हुए उसका बहिस्कार करने की अपील भी की है।
प्रदेश के स्वदेशी पटाखा निर्माताओं और व्यापारियों का कहाना है कि देशभर में चाइना पटाखों पर बैन लगाया गया है। इसके बाद भी अगर कहीं चाइनीज पटाखों को खरीदा या बेचते देखा जाता है तो उस पर सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।
इस पर अगर आम लोगों की बात की जाए तो लोगों का भी एक स्वर में यही कहना है की स्वदेशी सामानों को अधिक से अधिक उपयोग में लाना चाहिए और चाइनीज पटाखों का और आइटम का पूरी तरह से बहिष्कार करना चाहिए। इससे देश प्रदेश हर व्यापारी को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।