पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज द्वारा महानवमी पर मुख्यमंत्री निवास में बेटियों के कन्या पूजन को नाटक नौटंकी करार दिया गया है। दिग्विजय सिंह के इस बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि बेटियों की पूजा सनातन का संस्कार है-दिग्विजय सिंह उसे नाटक-नौटंकी कह रहे हैं। सनातन और शिवराज का विरोध करते-करते दिग्विजय इतने निचले स्तर पर पहुंच गये कि उन्हें बेटियों के सम्मान से भी तकलीफ होने लगी हैं।
शिवराज ने कहा कि पूरा देश बेटियों का भंडारा कर रहा है। उनकी पूजा कर रहा है- क्या यह नौटंकी है? मैंने भी बेटियों की पूजा की, मैं तो रोज बेटियों की पूजा करता हूँ, लेकिन दिग्विजय जी, आप बेटियों की पूजा को नाटक नौटंकी कहते हैं। आप जैसी घटिया सोच वाले बेटियों की पूजा और सम्मान सहन नहीं कर पाते। मैं बेटियों और बहनों की पूजा करता रहूंगा, जिससे समाज में उनके प्रति सकारात्मक सोच और सम्मान बड़े। शिवराज ने कहा कि बहनों की पूजा के लिये नैतिक साहस चाहिए और ये वही कर सकता है जिसमें भारतीय संस्कार हों। बहन-बेटियों को टंचमाल और आइटम कहने वाले कभी बेटियों का सम्मान नहीं कर सकते। उन्होंने मल्लिकार्जुन खडगे और सोनिया गांधी से जवाब मांगा कि क्या वे भारत में बेटियों की पूजा के खिलाफ हैं?* उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपना स्टैंड साफ करें क्या वो बहन-बेटियों की पूजा के खिलाफ है*? दिग्विजय जी आप सनातन और शिवराज का का विरोध करते करते इतने निचले स्तर तक उतर आये मुझे कहते हुए बहुत पीड़ा और दुख भी है। मैं पूजा करता हूँ और करता रहूंगा, और आपके जैसी घटिया सोच को बदल लें रहूंगा।