चूरू से सांसद राहुल कस्वां ने बीजेपी को छोड़ कांग्रेस का ‘हाथ’ थाम लिया। भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो गए। वह 2 बार बीजेपी सांसद रहे हैं और उनके पिता रामसिंह कस्वां तीन बार बीजेपी सांसद रहे थे.
इससे पहले बीजेपी के 1 और सांसद ने पार्टी को अलविदा कह दिया था। हिसार लोकसभा सीट से सांसद बृजेंद्र सिंह के बाद चूरू से सांसद राहुल कस्वां ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया है। भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस का ‘हाथ’ थाम लिया। राहुल कस्वां 2 बार बीजेपी सांसद रहे हैं और उनके पिता रामसिंह कस्वां 3 बार बीजेपी सांसद रहे थे।
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने हाल ही में लोकसभा चुनाव के लिए अपनी पहली लिस्ट जारी की थी, इसमें कुछ मौजूदा सांसदों के टिकट काट दिए गए। जिन सांसदों के टिकट कटे, उनमें से अधिकांश ने पार्टी के फैसले को स्वीकार कर लिया, लेकिन राहुल कस्वां ने टिकट कटने पर बगावती तेवर अपना लिए। बता दें कि भाजपा ने चूरू लोकसभा सीट से दो बार के सांसद कस्वां की जगह पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता देवेंद्र झाझरिया को टिकट दिया है।
चुरू के सांसद के कांग्रेस में शामिल होने पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस में शामिल होने पर मैं राहुल कस्वां जी का हार्दिक अभिनंदन करता हूं। मुझे खुशी है कि सामंतवादी लोगों के खिलाफ लड़ने वाले राहुल कस्वां जी ने कांग्रेस ज्वाइन की है। अगर ऐसी विचारधारा के लोग कांग्रेस से जुड़ते गए तो BJP कहीं की नहीं रहेगी। BJP डराने-धमकाने जैसा काम हमेशा से करती आई है, लेकिन हमें राहुल कस्वां जी जैसे लोगों की जरूरत है।
कस्वां ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी नेताओं का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने मुझे चुरू का प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्रदान किया। कस्वां ने एक्स पर पोस्ट किया कि राजनीतिक कारणों से इसी क्षण मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और संसद सदस्य के पद से इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने मुझे 10 साल तक चूरू लोकसभा परिवार की सेवा करने का मौका दिया।