बिहार की नीतीश सरकार युवाओं को बडा तोहफा देने जा रही है। सरकार ने चुनावी वादे को पूरा करने के लिए खाका तैयार करना शुरू कर दिया है। बिहार में एनडीए सरकार पांच सालों में सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों में 20 लाख रोजगार का सृजन करेगी। इसके तहत युवाओं को स्वरोजगार के लिए अधिकतम पांच लाख रुपये का अनुदान दिया जाएगा। इसके अलावा पांच लाख का कर्ज एक फीसद ब्याज पर दिया जाएगा। इसके अलावा बिहार के लोगों को कोरोना का टीका मुफ्त मिलेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में सुशासन के कार्यक्रम 2020-2025 के अंतर्गत आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-2 एवं अन्य कार्यक्रमों को लागू करने और इनके कार्यान्वयन एवं मानीटिरिग सुनिश्चित करने की सैद्धांतिक स्वीकृति दी गई। बैठक में 15 प्रस्ताव स्वीकृत किए गए। गौर हो कि एनडीए ने चुनाव के दौरान घोषणा पत्र में ऐलान किया था कि सरकार बनने पर कोरोना का टीका मुफ्त दिया जाएगा। राज्य मंत्रिमंडल ने मुफ्त कोरोना का टीका देने का प्रस्ताव भी स्वीकृत कर दिया है।
मंत्रिमंडल सचिवालय के अनुसार, नई सरकार का रोजगार सृजन पर सबसे अधिक जोर होगा। रोजगार के अवसर पैदा करने और युवाओं को उस लायक बनाने के लिए स्किल डेवलपमेंट एवं उद्यमिता विभाग का गठन किया जाएगा। कैबिनेट ने राज्य में एक मेडिकल विश्वविद्यालय और एक इंजीनियरिग विश्वविद्यालय की स्थापना करने का भी फैसला लिया है। राजगीर में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। अविवाहित महिलाओं को इंटर पास करने पर 25 हजार और स्नातक पास करने पर 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
वृद्धों के लिए सभी शहरों में आश्रय स्थल बनवाए जाएंगे, जबकि शहर में रहने वाले भूमिहीन, बेघर और गरीबों के लिए बहुमंजिला भवन बनाए जाएंगे। राज्य से बाहर काम करने वाले कामगारों का पंचायतवार डाटा बेस तैयार किया जाएगा।