
गन्ना बोनस, रिकवरी राशि समेत 13 सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार को हजारों की संख्या में किसान सड़क पर उतर आए। भोरमदेव शक्कर कारखाने क सामने छग समृद्ध किसान संघ के नेतृत्व में किसानों ने चक्काजाम कर दिया। इसके चलते रायपुर-जबलपुर नेशनल हाइवे दोपहर 3 बजे से साढ़े 4 बजे तक डेढ़ घंटे बंद रहा। दरअसल, दोनों कारखाने में गन्ना बोनस के 44.07 करोड़ रुपए और रिकवरी के 49.64 करोड़ रुपए भुगतान पेंडिंग है। इसे लेकर पूर्व में आवेदन देने के बाद भी ध्यान नहीं दिए। इससे किसानों को सड़क पर उतरना पड़ा। तय रणनीति के तहत गुरुवार दोपहर 12 बजे हजार की संख्या में किसान भोरमदेव शक्कर कारखाने के बाहर इकट्ठा हुए। मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। फिर दोपहर 3 बजे सड़क पर चटाई बिछाकर चक्काजाम करने बैठ गए। इससे हाइवे पर दोनों ओर गाड़ियों का आवागमन बंद हो गया। धूप में लोग घंटों परेशान होते रहे। चक्काजाम होने पर बोड़ला एसडीएम गीता रायस्त, कृषि उपसंचालक अमित मोहंती, कारखाने के एमडी जीएस शर्मा समेत अन्य अफसर मौके पर पहुंचे। किसानों की मांगों सुनी गई। गन्ना बोनस की राशि एकमुश्त देने का आश्वासन दिया गया। तब जाकर किसानों ने शाम साढ़े 4 बजे चक्काजाम खत्म किया । भोरमदेव शक्कर कारखाने के एमडी जीएस शर्मा ने बताया कि प्रदेश में गन्ना प्रोत्साहन योजना के तहत विष्णुदेव सरकार ने कृषि बजट 2024-25 में 60 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। इसमें भोरमदेव कारखाना के शेयर धारक किसानों को 24.50 करोड़ और सरदार वल्लभ भाई पटेल कारखाना के किसानों को 19.70 करोड़ रुपए मिलेंगे। यह राशि जल्द ही किसानों को खाते में अंतरित किया जाएगा।