रायपुर। रायपुर में कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियां जोरों पर है। इसी क्रम में आज कोरोना वैक्सीन के लिए ड्राई रन किया गया। इस दौरान कोरोना वैक्सीन लगाने के दौरान आने वाली हर परेशानी और हालातों से निपटने की भी प्रेक्टिस की गई। इस दौरान एसएमएस कर 7 से 8 हेल्थ वर्करों को बुलाया गया और टीका लगाए गए। ड्राई रन में 28 मितानिनों का रजिस्ट्रेशन कराया गया था। प्रदेश के सात जिलों में आज कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन आयोजित किया गया। ये मॉकड्रिल रायपुर, सरगुजा, दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव, बस्तर और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में किये गया।
पुरानी बस्ती स्थित सरस्वती प्राथमिक शाला में ड्राई रन का आयोजन किया गया। सुबह 10 बजे से शुरू होने के बाद यद 2 बजे तक चलता रहा। स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने इसका निरीक्षण किया और इस दौरान आने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी ली। स्वास्थ्य अधिकारियों ने उन्हें बताया कि सबसे पहले जिन्हें वैक्सीन लगना है, उनका पहचान पत्र देखकर रजिस्ट्रेशन किया गया। इसके बाद वैक्सीनेशन रूम में ले जाकर वैक्सीन लगाने के बाद आधे घंटे तक निगरानी में रखने के बाद उन्हें केन्द्र से जाने दिया जा रहा था।
स्वास्थ्य मंत्री ने ड्राई रन में शामिल मितानिन से बात की। उन्होंने अधिकारियों को पूरी प्रक्रिया सटीक तरीके से सम्पन्न करने के निर्देश दिए। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मीरा बघेल एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी व कलेक्टर भारतीदासन उपस्थित थे।
प्रदेश में करीब सवा दो लाख हेल्थ वर्करों को पहले टीका लगेगा। इसमें 75 हजार मिलानिन एवं 40 से 50 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। सूत्रों के अनुसार 15 जनवरी के आसपास आ सकती है। हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगने के बाद फ्रंटलाइन वर्करों को भी टीका लगया जाएगा। स्कूल मे ड्राई रन के दौरान डॉक्टरों के पास 30 हेल्थ वर्करों की सूची थी, इसके अधार पर एसएएस कर हेल्थ वर्करों को बुलाया गया। इसमें से कई लोग नहीं पहुंचे। जो पहुंचे सबसे पहले सहाथ सैनेटाइजर कर बिठाया गया। पेनकार्ड व आधारकार्ड के जरिए उनकी पहचान की गई। ट्रायल के पहले इन सभी से उनके स्वास्थ्य की जानकारी जैसे सर्दी, जुखाम, खासी जैसी परेशानी के बारे में भी पूछा गया।
इन बातों का दिया गया ध्यान
इस मॉकड्रिल का उद्देश्य कोल्ड चेन मैनेजमेंट, वैक्सीन की सप्लाई, स्टोरेज और लॉजिस्टिक्स के साथ ही वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे लोगों के वैक्सीनेशन साइट पर पहुंचने, उनकी एंट्री, रजिस्ट्रेशन, वैक्सीनेशन व ऑब्जर्वेशन में रखने की तैयारियों को परखना था। प्रथम चरण में हेल्थकेयर में लगे दो लाख 34 हजार लोगों को वैक्सीन लगाया जाएगा।
ये है वैक्सीन लगाने का चरण
वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया कई चरणों मे पूरी होगी। इसके लिए सबसे पहले हितग्राही को एक कमरे में भेजा जाएगा, जहां उसकी पहचान दिल्ली भीजी गई सूची से मेल किया गया। इसके बाद हितग्राही को वैक्सीनेशन रूमे में भेजकर वैक्सीन लगाने की प्रकृया की प्रैक्टिस की गई। इसके बाद वैक्सीन लगने के बाद उसे तीसरे रूम में भेजा गया जहां उसे जहां आधा घंटा उसे डॉक्टर की निगरानी में रखा गया था। किसी तरह की परेशानी नहीं आने पर उसे घर भेज दिया गया। इसके विपरीत अगर किसी को दिक्कत महसूस हो या बेहोशी की हालत आए तो ऐसे में उसे तुरंत प्राथमिक उपचार के साथ एंबुलेंस के जरिए बड़े हॉस्पिटल में पहुंचाने की प्रैक्टिस भी की गई।