उत्तर प्रदेश के रामपुर दौरे पर जा रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी उस समय बल-बाल बच गईं, जब उनके काफिले में शामिल कई गाड़ियां आपस में टकरा गई। प्रियंका दिल्ली के ITO के पास तेज रफ़्तार ट्रैक्टर पलटने से नवरीत की मौत हो गई थी। हादसे के बाद किसानों ने आरोप लगाया था कि पुलिस की गोली से मौत हुई थी। वहीं कुछ पत्रकार और राजनेताओं ने भी इसी तरह की अफवाह फैलाई थी। हालांकि, घटना का वीडियो और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद यह आरोप लगाने वाले और अफवाह फैलाने वाले खामोश हो गए।
प्रियंका गांधी की गाड़ी तेज रफ्तार से रामपुर के लिए बढ़ रही थी, तभी हापुड़ हाईवे पर गढ़मुक्तेश्वर के पास गाड़ी गर्म हो गई और धुंआ निकलने लगा। यह देखकर ड्राइवर ने अचानक ब्रेक लगा दिया। गाड़ी के अचानक रुकने से काफिले में पीछे चल रही समर्थकों की गाड़ियां आपस में टकरा गईं। इस हादसे में किसी भी तरह की कोई जानमाल की क्षति नहीं हुई है।
प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, विधानमंडल में नेता आराधना मिश्रा समेत तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ करीब साढ़े 11 बजे बिलासपुर के डिबडिबा गांव पहुंचेंगी। यहां किसान नवरीत सिंह के भोज कार्यक्रम में शामिल होंगी। नवरीत सिंह की मौत 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में हुई थी। दिल्ली के ITO के पास तेज रफ़्तार ट्रैक्टर पलटने से नवरीत की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद किसानों ने आरोप लगाया था कि पुलिस की गोली लगने से नवरीत की मौत हुई थी। हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गोली लगने की पुष्टि नहीं हुई थी। प्रियंका गांधी के दौरे को देखते हुए रामपुर जिला पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है। दावा किया जा रहा है कि प्रियंका गांधी 500 गाड़ियों के भारी-भरकम काफिले के साथ नवरीत के घर पहुंचेंगी।