आगरा/कासगंज। उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में मंगलवार को शराब माफिया के हमले में मारे गए सिपाही देवेंद्र सिंह आगरा के गांव नगला बिंदू (थाना डौकी) के रहने वाले थे। उनके गांव में मातम छाया हुआ है। शहीद के पिता व परिवार के अन्य लोग रात को ही कासगंज रवाना हो गए। परिवार में देवेंद्र की पत्नी और बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। सिपाही देवेंद्र की दो बेटियां हैं। इनमें बड़ी बेटी की उम्र तीन साल, जबकि छोटी तीन महीने की है। मां और बुआ को रोता देखकर बड़ी बेटी बस यही पूछ रही है कि पापा कब आएंगे। कासगंज के थाना सिढ़पुरा क्षेत्र के गांव नगला धीमर और नगला भिकारी में अवैध शराब की सूचना पर दबिश देने पहुंचे दरोगा अशोक कुमार सिंह (नगला गबे, किशनी, मैनपुरी) और सिपाही देवेंद्र सिंह (नगला बिंदू, डौकी, आगरा) पर शराब माफिया ने मंगलवार शाम को हमला कर दिया था। सिपाही देवेंद्र की हत्या कर दी गई थी। दरोगा अशोक कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल हैं। उनका इलाज चल रहा है। सिपाही देवेंद्र जसावत के पिता महावीर सिंह किसान हैं। वह इकलौते बेटे थे। ग्रामीणों ने बताया कि देवेंद्र की शादी 2016 में चंचल से हुई थी। पति की मौत की खबर से पत्नी को गहरा सदमा लगा है। उनका रो-रोकर बुरा हालत है। उनकी दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी वैष्णवी तीन साल की, जबकि छोटी बेटी महज एक महीने की है। मां को रोता देख बेटी वैष्णवी बार-बार यही पूछ रही है कि पापा घर पर कब आएंगे।
-बिकरू कांड की याद ताजा कर दी
कासगंज में पुलिस टीम पर हमले ने बिकरू कांड की याद ताजा कर दी। वहां गैंगस्टर विकास दुबे ने दबिश देने आई पुलिस पर हमला किया था। बिकरू कांड पर सीएम योगी ने बेहद सख्त रुख अपनाया था। कासगंज की घटना को भी उन्होंने गंभीरता से लिया है। एडीजी अजय आनंद के नेतृत्व में शराब माफिया पर कार्रवाई का अभियान शुरु किया गया है। कासगंज पुलिस ने 12 घंटे के अंदर ही सिपाही की हत्या करने वाले एक आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया है। मृतक आरोपी का नाम ऐलकार है, जबकि दूसरा आरोपी फरार बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार थाना सिढ़पुरा क्षेत्र में बुधवार तड़के काली नदी की कटरी किनारे मुठभेड़ हुई। आरोपी ऐलकार गांव धीमर का रहने वाला था। मुख्य आरोपी मोती फरार है, उस पर 11 मामले दर्ज हैं। ऐलकार भी पुराना हिस्ट्रीशीटर है। उस पर भी कई मामले दर्ज हैं।
शहीद सिपाही के परिवार को 50 लाख और आश्रित को मिलेगी नौकरी, सीएम ने की घोषणा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर नाराजगी जताते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने शहीद सिपाही के परिजनों को 50 लाख और आश्रित को नौकरी देने की घोषणा की है। इधर, बुधवार की सुबह पुलिस ने मुठभेड़ में एक हमलावर को मार गिराया है।