
ओडिशा विधानसभा की कार्यवाही के बीच में ही भारतीय जनता पार्टी के विधायक सुभाष पाणिग्राही ने सदन के अंदर ही सैनिटाइजर पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। हालांकि विधायक ने जैसे ही सैनिटाइजर पीना शुरू किया, आसपास बैठे भाजपा और कांग्रेस के विधायकों ने उन्हें रोक लिया। तुरंत उनका उपचार कराया गया। विधायक अभी पूरी तरह से स्वस्थ हैं। विधायक ने कहा कि हमने पहले से ही सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर धान मंडियों में किसानों से धान नहीं खरीदा गया तो हम सदन में ही खुदकुशी करेंगे।
सदन में जैसे ही दूसरी पाली की कार्यवाही शुरू हुई, राज्य में मंडियों से किसानों के धान नहीं खरीदे जाने को लेकर सदन में हो-हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष सूर्यनारायण पात्र ने सदन की कार्यवाही चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी। चार बजे के बाद जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई भाजपा विधायक ने आत्महत्या की कोशिश की। इसके बाद सदन की कार्यवाही पूरे दिन तक के लिए स्थगित कर दी गई।
इधर, कांग्रेस दल के नेता नरसिंह मिश्र ने कहा कि पिछली बार मंत्री ने सदन को आश्वासन दिया था कि किसानों से उनका पूरा धान खरीदा जाएगा। दलालों के खिलाफ फौजदारी मुकदमा दायर कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। ऐसे में अब किसान कहां जाएंगे। राज्य सरकार ने सदन की अवमानना की है। सदन के साथ विश्वासघात किया है। भाजपा के विधायक जय नारायण मिश्र ने कहा कि यदि सदन में चर्चा होने के बावजूद काम नहीं होता है तो फिर सदन क्यों चलाया जाए। सरकार ने सदन की गरिमा को भंग किया है। उन्होंने आसन से आग्रह किया कि सदन ने जो निर्णय लिया है, यदि वह लागू नहीं हो पा रहा है तो फिर लोगों का विश्वास सदन के प्रति कैसे होगा।