
महासमुुंद। बागबाहरा वन परिक्षेत्र के कोमाखान के ग्राम भोथा में खूंखार भालू ने खेत में काम कर रहे एक किसान पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन तेज बारिश और अंधेरा होने के कारण टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा। सुबह टीम गांव पहुंची, लेकिन शव बरामद करने आठ घंटे लग गए, क्योंकि भालू शव के आसपास ही घूम रहा था। किसी के भी घटना स्थल जाने पर भालू अत्यधिक आक्रोशित हो रहा था। भालू की हरकत को देख पकडऩे के लिए रायपुर से टीम बुलानी पड़ी, लेकिन उसका भी कोई फायदा नहीं हुआ। टीम ट्रंकुलाइज कर भालू को बेहोश कर पाती इससे पहले ही वह भागकर जंगल की ओर चला गया। भालू के भागने के बाद वन विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंची। मौके पर ग्रामीण के शव के पास ही भालू के शावक का भी शव था। बताया जा रहा है कि शावक की मौत के बाद से भालू खूंखार हो गया था और गुस्से में दोनों के शव को नोच डाला था। टीम ने तुरंत दोनों शव को वहां से हटाकर पीएम के लिए भिजवाया। वहीं भालू के शावक का पीएम पश्चात टीम ने जंगल में ही अंतिम संस्कार किया। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम भोथा निवासी मृतक लोकसिंह बरिहा खेत में काम करने के लिए गया था। शाम को वह वापस अपने घर लौट पाता इससे पहले ही उसका सामना एक व्यस्क भालू से हुआ। भालू पहले से ही खूंखार था, इसलिए उसने लोकसिंह पर हमला कर दिया। इधर, देर शाम तक जब मृतक घर पहुंचा तो परिजन व ग्रामीण उसे खोजने के लिए खेत की ओर गए। यहां ग्रामीणों ने देखा कि वह मृत अवस्था में पड़ा हुआ था और भालू आसपास घूम रहा था। इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी।
-ड्रोन से पता चला शावक का शव भी पड़ा है
वन परिक्षेत्र अधिकारी विकास चंद्राकर ने बताया कि सूचना मिली थी कि ग्राम भोथा के लोकसिंह बरिहा को भालू ने मार डाला है। सूचना पर टीम मौके पर पहुंची, लेकिन बैरंग वापस लौटना पड़ा। सुबह वनमंडलाधिकारी पंकज राजपूत, एसडीओ एसएस नाविक व टुहलू पुलिस घटना स्थल पहुंचे।