दिल्ली-हावड़ा रेल रूट के कंचौसी रेलवे स्टेशन (औरैया, उप्र) पर तैनात सहायक स्टेशन मास्टर गुरुवार देर रात शराब पीकर सो गए। सिग्नल न मिलने के कारण स्टेशन के कानपुर व दिल्ली छोर पर 10 ट्रेनें एक घंटा 20 मिनट तक खड़ी रहीं। कंट्रोल रूम से जानकारी मिलने पर स्टेशन अधीक्षक पहुंचे तो सहायक स्टेशन मास्टर कुर्सी पर सोता मिला। उन्होंने ट्रेनों का परिचालन शुरु कराया, तब अफसरों ने राहत की सांस ली। इस बड़ी लापरवाही पर वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक प्रयागराज ने सहायक स्टेशन मास्टर को निलंबित कर चार्जशीट दी है।
कंचौसी रेलवे स्टेशन पर रात 12 से सुबह आठ बजे तक की शिफ्ट में सहायक स्टेशन मास्टर अनिरुद्ध कुमार की ड्यूटी थी। रात 12:40 बजे फफूंद व झींझक स्टेशन मास्टर ने परिचालन कंट्रोल रूम को बताया कि कंचौसी स्टेशन पर कोई तकनीकी दिक्कत है। इससे अप व डाउन में ट्रेनों का संचालन नहीं हो पा रहा है। तीन एक्सप्रेस व सात मालगाड़ियां ट्रैक पर रोकी गई हैं। इससे रेलवे अफसरों के होश उड़ गए और उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में खलबली मच गई।
गुरुवार शाम की शिफ्ट करके घर पहुंचे स्टेशन अधीक्षक विशम्भर दयाल पांडेय को पूरा मामला बताया गया तो वह स्टेशन पहुंचे। कुर्सी पर सो रहे सहायक स्टेशन मास्टर के मुंह पर पानी डालकर जगाने की कोशिश की पर वह नहीं जागा। मुंह सूंघा तो शराब की बदबू आई। इस पर उन्होंने रुकी ट्रेनों को सिग्नल देकर गंतव्य की ओर रवाना किया। रात दो बजे तक ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से सामान्य हो सका। उन्होंने बताया कि ड्यूटी से पहले ही सहायक स्टेशन मास्टर ने शराब पी ली और स्टेशन पहुंचते ही सो गए। ऐसे में दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर दौड़ रहीं ट्रेनों को कंचौसी स्टेशन पर सिग्नल मिलना बंद हो गया। इससे दिल्ली से कानपुर जा रहीं वैशाली व मगध एक्सप्रेस के अलावा चार मालगाड़ियां, जबकि कानपुर से दिल्ली जा रही फरक्का एक्सप्रेस व तीन मालगाड़ियां होम सिग्नल से पहले ही रुकी रहीं।