तमिलनाडु में एक व्यक्ति अमर होना चाहता था। यह पता लगने पर उसकी पत्नी ने अपने पति के अमरत्व पाने की इच्छा पूरी करने के लिए उसे जिंदा दफन कर दिया। हालांकि घटना के पीछे वास्तव में सच्चाई क्या है यह तो जांच के बाद पता चलेगा। फिलहाल पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पेरुंबकम निवासी 59 वर्षीय नागराज की बेटी आइटी कर्मचारी है। गत दिन जब वह काम से घर लौटी तो उसके पिता घर से नदारद मिले। मां लक्ष्मी से जब उसने पूछताछ की तो पहले उसने गोलमोल जवाब दिया बाद में कुरेदने पर सच बता दिया।
मां ने बताया कि उसके पिता की इच्छा के आधार पर उन्हें जिंदा दफना दिया गया, ताकि वे अमर हो सकें। नागराज ने तमिलनाडु के कुछ मंदिरों में जाने के बाद लोगों से कहा था कि वह सीधे भगवान से संवाद कर रहा है। उसने अपने घर के पिछवाड़े में एक छोटा सा मंदिर भी बनवाया था।
पुलिस के मुताबिक उनकी बेटी के अनुसार, 16 नवंबर को, नागराज को सीने में दर्द हुआ और उन्होंने अपने मरने की बात कहकर जिंदा दफनाए जाने की इच्छा जताई ताकि वे अमर हो सके। बेहोश होने के बाद, लक्ष्मी ने दो मजदूरों को बुलाया और उनसे एक बड़ा गड्ढा खोदवाया। नागराज के बेहोश होने पर उसने 17 नवंबर उन्हें दफना दिया। बेटी की सूचना पर पुलिस ने शव बरामद किया है।