
छत्तीसगढ सूरजपुर जिले के बिहारपुर क्षेत्र में हाथियों के दल में शामिल 18 हाथी ग्राम कछिया के समीप बेहोश मिले। सभी हाथियों के शरीर में हलचल हो रही है, लेकिन वे खड़े नहीं हो पा रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि इन हाथियों ने कीटनाशक मिली सामग्री खा लिया हो। इस घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग में हड़कंप मच गया है।
जिला मुख्यालय सूरजपुर से कछिया की दूरी लगभग डेढ़ सौ किलोमीटर की है। वन कर्मचारी ही मौके पर पहुंचे हैं। वन अधिकारी अथवा पशु चिकित्सकों की टीम मौके पर नहीं पहुंच सकी है।
तमोर पिंगला अभ्यारण क्षेत्र से लगे इस दूरस्थ इलाके में हाथियों द्वारा पिछले कई दिनों से नुकसान पहुंचाया जा रहा था। मकान तोड़ने फसलों को नुकसान पहुंचाने से गांव वाले भी त्रस्त थे। इन सबके बीच हाथियों के जमीन पर गिरे पड़े होने की घटना ने वन विभाग को भी चिंता में डाल दिया है। हालांकि अभी तक कारणों की पुष्टि नहीं हुई है। संभावना है कि हाथियों को या तो सुनियोजित तरीके से कीटनाशक मिश्रित खाद्य सामग्री दे दी गई है या फिर घर में रखी ऐसी सामग्री का सेवन उन्होंने कर लिया है जिससे स्वास्थ बिगड़ा है। अभी तक हाथियों का उपचार भी संभव नहीं हो सका है।
सूरजपुर जिले के वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ महेंद्र पांडेय का कहना है कि वे मौके के लिए रवाना हो रहे हैं ।यह परिस्थिति तभी संभव है जब किसी खाने की वस्तु में कीटनाशक मिलाकर दे दिया गया हो।