राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले के एक मामले में राहत मिलने के बाद पार्टी को नई धार देने में जुट गए हैं। हालांकि एक जमाना था जब लालू को किंगमेकर कहा जाता था। मगर अब हालत बदल गए हैं। उसी लालू को बिहार में अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह लालटेन को जलाए रखने के लिए चिराग की जरूरत पड गई। उन्होंने राजद से चिराग पासवान की पार्टी के गठबंधन का संकेत दिया है।
चारा घोटाले के एक मामले में सीबीआइ की विशेष अदालत में पेश होने सोमवार को दिल्ली से पटना आने पर लालू यादव ने दो बड़े बयान दिए। उन्होंने बिहार में शराबबंदी खत्म करने की बात कही और राजद से चिराग पासवान की पार्टी के गठबंधन का भी संकेत दिया। दरअसल बिहार विधान परिषद की 24 सीटों पर बहुत जल्द चुनाव होना है। सभी सीटें स्थानीय निकाय कोटे की हैं। लालू ने दिल्ली में चिराग पासवान की पार्टी से गठबंधन के सवाल पर कहा कि इसमें गलत क्या है? सबके साथ गठबंधन होना चाहिए। चिराग भी हैं और कांग्रेस भी है। हम सब एक साथ हैं।
लालू ने पांच वर्ष पहले शराबबंदी लागू करने की अपनी रजामंदी पर कहा कि मैंने तब भी नीतीश कुमार से पूछा था कि यह कैसे होगा लागू? बिहार के एक तरफ बंगाल है और दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश। नेपाल और झारखंड भी पड़ोस में हैं। चारों तरफ से बिहार में शराब पहुंचेगी। इस सवाल पर कि शराबबंदी खत्म होना चाहिए या नहीं, लालू ने कहा कि यह सरकार का काम है, लेकिन ईमानदारी से अगर लागू नहीं किया जा सकता है तो इसे खत्म कर देने में भी लोगों की भलाई है।