सड़कों पर जगह-जगह मवेशियों का जमावड़ा बढ़ रहे सड़क हादसे
गरियाबंद । जिला मुख्यालय गरियाबंद में ही राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी अभियान रोका छेका का बुरा हाल है। नगर के सड़कों पर जगह-जगह मवेशियों के जमावड़ा से हादसे भी बढ़ रहे हैं। गरियाबंद जिला मुख्यालय में ही शासन का रोका छेका अभियान बुरी तरह से फेल होता हुआ नजर आ रहा है।
विदित हो की जिला मुख्यालय गरियाबंद पहुंचने के लिये चार प्रमुख मार्ग रायपुर रोड, देवभोग रोड, छुरा रोड और नगरी रोड है। गरियाबंद पहुंचने के लिए इन दिनों लोगों का सबसे पहले सामना मुख्य मार्ग पर बैठे मवेशियों से होता है। नगर के दर्जनों स्थानों पर मवेशियों के बैठे रहने से यातायात व्यवस्था चौपट हो रही है। कार्यालयीन तथा स्कूल समय यानी सुबह 10 बजे से 12 बजे तक तथा संध्या 4 बजे से 5 बजे तक तो मुख्य मार्ग का बेहद बुरा हाल होता है। इस मार्ग से ही जिले के बड़े जिम्मेदार अधिकारी तथा जनप्रतिनिधि भी गुजरते हैं तथा उन्हें भी सड़क पर बैठे मवेशियों की वजह से परेशान होना पड़ता है। इसके बावजूद पालिका प्रशासन आज तक इस समस्या का हल नहीं निकाल पाया है। वहीं रात के अंधेरे में दो पहिया चालक साईकिल चालक मवेशियों से टकराकर घायल भी हो रहे हैं। पालिका अध्यक्ष गफ्फू मेमन, उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोनटेके सहित पार्षदों ने जिले के दौरे पर आये प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत को मवेशियों से होने वाली समस्याओं से अवगत कराते कहा था कि नगर पालिका परिषद क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न वार्डों एवं मुख्य मार्गों में घुमंतू पशुओं का जमावड़ा होने से राहगीरों को हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। ऐसी स्थिति में काऊ केचर के माध्यम से नगर के समीप स्थित गौशाला में स्थानांतरित करने 6 लाख 50 रुपये का मांग पत्र जिला के प्रभारी मंत्री को सौंपा।