बॉलीवुड अभिनेत्री सुष्मिता सेन ने अपने करियर में एक लंबा सफर तय किया है। उन्होंने 1994 में महज 18 साल की उम्र में मिस यूनिवर्स का खिताब जीता था, जिसके बाद वह कई फिल्मों का हिस्सा बनीं। एक दशक तक बड़े परदे में काम न करने के बाद उन्होने राम माधवानी द्वारा निर्देशित डिज्नी + हॉटस्टार वेब सीरीज आर्या के साथ अपनी वापसी की। इस वेब सीरीज में दमदार एक्टिंग के लिए सोशल मीडिया उन्हें बहुत सराहना मिली। सुष्मिता का बॉलीवुड में अब तक एक दिलचस्प सफर रहा है, और उनकी हमेशा से अपनी एक पहचान रही है। कोरियोग्राफर गणेश हेगड़े द्वारा सुनाई गई एक घटना प्रकाश में बताती है कि शूटिंग के दौरान सुष्मिता सेन ने किस तरह सम्मान दिया।
हाफ पोस्ट वेबसाइट के एक इंटरव्यू में गणेश हेगड़े, जिन्होंने सुष्मिता सेन के साथ फिजा में महबूब मेरे गीत पर काम किया, उन्होंने बातया कैसे सुष्मिता ने गाने के रियल गीतों पर डांस या लिप-सिंक करने से इनकार कर दिया था।
सुष ने विशेष रूप से एक पंक्ति गाने से इनकार कर दिया, जिसके बाद अनु मलिक को उस पंक्ति के लिरिक्स को बदलना पड़ा। “एक लाइन थी जो (आ गर्मी ले मेरे सीने) से )” और सुष्मिता ने इसे गाने से मना कर दिया। उसने कहा, मैं ऐसा नहीं कर सकती ‘, ‘हेगड़े ने कहा। संगीतकार अनु मलिक को तब लाइनों को बदलकर (आ नरमी ले मेरी आँखों से) कर दिया
गणेश हेगड़े ने यह भी कहा कि उस तरह के सम्मान को वापस लेना तब अनसुना था। सुष्मिता सेन का महबूब मेरे में डांस आज भी दो दशक बाद भी यादगार बना हुआ है।