– जगदलपुर में झीरम घाटी शहीद मेमोरियल का लोकार्पण
– शहीदों के परिजनों से सीएम का वादा, हर सुख-दुख में साथ
जगदलपुर । झीरम हमले में शहीद होने वालों की स्मृति में लालबाग में बनाए गए झीरम घाटी शहीद मेमोरियल का लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां सौ फीट ऊंचा तिरंगा लहराया। यह तिरंगा झीरम के शहीदों की याद में लगातार लहराता रहेगा। झीरम कांड की नवमीं बरसी पर शहीदों को श्रध्दांजलि अर्पित करने जगदलपुर पहुंचे मुख्यमंत्री ने सबसे पहले लालबाग में बनाए गए झीरम घाटी शहीद मेमोरियल का लोकार्पण किया और झीरम के शहीदों की याद में विशाल तिरंगा फहराया। शहीदों की याद झीरम मेमोरियल में यह सौ फीट ऊंचा तिरंगा लहराता रहेगा। मुख्यमंत्री ने झीरम घाटी के शहीदों को सलामी दी तथा झीरम घाटी शहीद मेमोरियल का निरीक्षण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज 25 मई है। नौ साल पहले आज ही के दिन बस्तर की झीरम घाटी में नक्सली हमले में हमने अपने अनेक वरिष्ठ नेताओं, जवानों सहित 32 लोगों को खो दिया था। उन 32 शहीदों में कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार, योगेंद्र शर्मा जैसे अनेक लोगों के नाम शामिल हैं। बहुत से कार्यकर्ता, जवान और आम लोग भी उस हमले में शहीद हो गए थे। उन्होंने कहा कि झीरम के शहीदों को नमन करते हुए मैं जगदलपुर में बनाए गए झीरम घाटी शहीद स्मारक को लोकार्पित कर रहा हूं झीरम घाटी की हृदयविदारक घटना में शहीदों को नमन करता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले पंक्ति के जन नायक परिवर्तन के लिए निकले थे। पूरे प्रदेश, किसानों, युवाओं, छात्रों, बच्चों, महिलाओं के जीवन में परिवर्तन चाहते थे। आज वे हमारे बीच नहीं पर उनका मार्गदर्शन सदैव बना हुआ है। उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में हर किसी के साथ न्याय हो रहा है। आज हमारे नेता होते तो बहुत खुश होते। वो जहां भी होंगे, आज हम सभी को आशीष दे रहे होंगे। सरकार शहीद परिवारों के सुख दुख में हम सभी साथ है। हम सभी शहीदों के परिवारों के साथ परिवार की तरह जुड़े हुए हैं। मुख्यमंत्री ने झीरम घाटी शहीद मेमोरियल में शहीदों के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने शहीदों के परिजनों की हिम्मत और हौंसले की तारीफ की तथा हर सुख-दुख में साथ रहने का वायदा किया। उन्होंने शहीदों के परिजनों को शाल, श्रीफल और पौधे के रूप में झीरम स्मृति चिन्ह प्रदान किया।