बीजापुर। बालक आश्रम तामोड़ी में मलेरिया से बालक की मौत हो गई। इस पर आश्रम अधीक्षक पर निलंबन की गाज गिरी है। बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने बालक आश्रम तामोड़ी के प्रभारी अधीक्षक मोतीराम कड़ती को कर्तव्यों के निर्वहन में गंभीर लापरवाही बरतने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। आज सुबह ही इसी आश्रम में मलेरिया के कारण दूसरी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र की मौत हो गई थी। सूचना मिलते ही कलेक्टर ने आश्रम का निरीक्षण किया था। ये पूरा मामला भैरमगढ़ ब्लॉक का है।
पूर्व मंत्री ने लगाया आरोप, कहा- बेमौत मर रहे बच्चे, सरकार और विधायक को कोई फर्क नहीं पड़ रहा
बीती रात विस्थापित बालक आश्रम तामोड़ी के एक छात्र की मलेरिया से मौत के बाद पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने शासन-प्रशासन और स्थानीय विधायक पर निशाना साधा है। उन्होंने सरकार की मलेरिया मुक्त प्रसार-प्रसार और सर्वे पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए स्थानीय विधायक समेत जिला प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाया है। गागड़ा ने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की आदिवास बच्चों को आवासीय शिक्षा देने की प्रकल्पना रही है। लेकिन कांग्रेस की सरकार आते इस पर पलीता लग गया है। मलेरिया से हुई छात्र की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए गागड़ा ने स्थानीय विधायक और जिला प्रशासन पर आरोप की बारिश कर दी। प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गागड़ा ने कहा कि जिला प्रशासन ने आज तक पोटाकेबिन आश्रमों की व्यवस्थाओं का जायजा नहीं लिया है। सरकार बदलने के बाद से ही आश्रम पोटाकेबिन सिर्फ और सिर्फ सामग्री सप्लाई का केंद्र बना हुआ है। ये सिर्फ ठेकेदार, विधायक और प्रशासन की कमाई का जरिया बनकर रह गया है। उन्होंने कहा कि जब से कांग्रेस की सरकार बनी है, तब से मलेरिया और अन्य रोगों से ग्रसित हो रहे बच्चों के खानपान, शिक्षा व्यवस्था और स्वास्थ्य की नियमित जांच के लिए स्थानीय विधायक समेत प्रशासन की तरफ से कोई प्रॉपर मॉनिटरिंग नहीं की गई है।