अमेरिका स्थित यूसी सैन फ्रांसिस्को व वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर के शोधकर्ताओं ने कैंसर मरीजों के हृदय को घातक नुकसान पहुंचाने वाली विशिष्ट प्रतिरक्षा कोशिकाओं की पहचान की है। उन्होंने हृदय की मांसपेशियों की उन कोशिकाओं की भी पहचान की है, जिन्हें नुकसानदेह प्रतिरक्षा कोशिकाएं निशाना बनाती हैं। इसके कारण हृदय में घातक सूजन होती है, जिसे मायोकार्डिटिस के रूप में जाना जाता है। नया अध्ययन इसकी रोकथाम व इलाज का मार्ग प्रशस्त करता है।
शोधकर्ताओं ने जिस मायोकार्डिटिस का अध्ययन किया, वह कैंसर इम्यूनोथेरेपी का दुर्लभ व घातक दुष्प्रभाव है, जिसे इम्यून चेकप्वाइंट इनहिबिटर (आईसीआई) कहा जाता है। आईसीआई शरीर के उस प्रोटीन को निशाना बनाते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली के द्वारपाल की तरह काम करते हैं और सूजन को रोकते हैं। अध्ययन निष्कर्ष 16 नवंबर, 2022 को प्रतिष्ठित नेचर पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। चूहों पर हुए अध्ययन में पाया गया कि मायोकार्डिटिस के कारण उनके सूजे हुए दिल के ऊतकों में सीडी-8टी लिफोसाइट्स नामक प्रतिरक्षा कोशिकाएं ज्यादा सक्रिय होती हैं।
यूसीएसएफ हार्ट एंड वैस्कुलर सेंटर से जुड़े प्रोफेसर जाविद मोसलेही के अनुसार, “आईसीआई उपचार लेने वाले मरीजों में से एक प्रतिशत से भी कम को मायोकार्डिटिस का सामना करना पड़ता है, लेकिन उनमें से आधे की प्रतिकूल प्रभाव के कारण मौत हो जाती है।”