लोरमी के अचानकमार टाइगर रिजर्व में पांच हाथियों के दल का उत्पात जारी है। हाथियों के दल ने ग्राम बिंदावल में आधी रात जमकर उत्पात मचाया और पांच मकानों को तोड़ दिया। साथ ही दो किसानों के खलिहान में रखे फसल की खरही को भी तबाह कर दिया। इस घटना से ग्रामीण में दहशत है और रतजगा जगह करने मजबूर है।
वन विभाग के अनुसार आधी रात पांच हाथियों का दल अचानक ग्राम बिंदावल में आ धमका। रात करीब 1 बजे से 3 बजे तक भारी उत्पात मचाया। हाथियों के झुंड ने भूपत, महासिंह, जीवन, केवला बाई, मंजू लाल और संतोष के मकान को क्षतिग्रस्त किया है। वही कैलाश और मनीष के खलिहान में रखें फसल को नुकसान पहुंचाया है। आधी रात को हुई घटना के बाद वन क्षेत्र के बैगा आदिवासी जागने को मजबूर हैं। पांच हाथियों का दल अभी वृंदावन में ही नदी तट पर विचरण कर रहा है।
गौर हो कि एक दिन पहले यही हाथियों के दल ने ग्राम कटामी में दो ग्रामीण के मकान को तोड़ा था और दो किसानों की फसल को राउंड कर नुकसान पहुंचाया है। इसी हाथियों के दल की एक मादा हथिनी की करेंट की चपेट मे आने से मौत हो गई है बाकी हाथियों का दल वन ग्रामों में विचरण करते हुए उत्पात मचा रहा है। दहशत से वन क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी अब जल्द विस्थापन की मांग कर रहे हैं। वही लोरमी वन मंडल में शिकारियों द्वारा छोटे जानवरों के शिकार के लिए तार लगाकर उसमें करंट लगाया जाता है, जिसकी चपेट में आकर बड़े वन्यजीव अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। एक साल के अंदर तेंदुआ, भालू, बायसन और हाथी की इसकी चपेट में आकर मौत हो चुकी है।