भारत का पडोसी देश अफगानिस्तान गृहयुद्ध का शिकार हो गया है। वहां सुरक्षा हालात बिगड़ते जा रहे हैं। ऐसे में आतंकी संगठन अलकायदा फिर से मजबूत हो सकता है। यह दावा ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वैलेस ने किया।
ब्रिटिश रक्षा मंत्री ने कहा कि अलकायदा वहां पर फिर पनप जाएगा, क्योंकि वापसी के लिए उसे अनुकूल स्थितियां उपलब्ध हो रही हैं। वहां भी वैसा ही होगा जैसा कि दुनिया के अन्य विफल राष्ट्रों में हो रहा है। अस्थिरता के चलते हमारी सुरक्षा और हमारे हितों के लिए खतरा पैदा होगा। अफगानिस्तान के हालात पर प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने भी सहयोगियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की और कहा कि सरकार घटनाक्रम पर नजर रखे हुए है। उल्लेखनीय है कि अमेरिका के प्रमुख सहयोगी के रूप में ब्रिटेन के सैनिक भी करीब 20 साल अफगानिस्तान में रहे हैं।
इस बीच वैलेस ने मीडिया को बताया कि अफगानिस्तान में मौजूद ब्रिटिश राजनयिकों और अन्य नागरिकों को वहां से निकालने के लिए 600 सैनिक भेजे जा रहे हैं। इनके साए में लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित कराई जाएगी। वहीं एएनआइ के अनुसार तालिबान की आक्रामकता से बिगड़ रहे हालात पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी से टेलीफोन पर बात की।
अमेरिका ने काबुल में मौजूद अपने नागरिकों की संख्या में कमी करने का निर्णय लिया है। ब्लिंकन ने कहा, अमेरिका अफगान समस्या को बातचीत के जरिये हल किए जाने का पक्षधर है। इसके लिए वह पूरा सहयोग करने को तैयार है। अमेरिका अभी भी अफगान सरकार के साथ खड़ा हुआ है।