गरियाबंद। जिले में सामाजिक प्रताडऩा का मामला सामने आया है जिसमें पीडि़त परिवार ने सजातीय बंधुओं तथा समाज के ठेकेदारों द्वारा किए जा रहे सामाजिक बहिष्कार से तंग आकर प्रशासन से इच्छा मृत्यु तक की गुहार लगाई है। परिवार ने आरोप लगाया है कि 4 वर्षों से समाज के पदाधिकारियों द्वारा उन्हें आर्थिक और मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है, प्रताडऩा से तंग आकर अब परिवार आत्महत्या करना चाहता है। यहां से 8 किमी दूर स्थित ग्राम हरदी में सामाजिक प्रताडऩा के शिकार परिवार के मुखिया जोहतराम साहू पिता दुवाराम साहू ने जनदर्शन में यह आवेदन सौंपा है। आवेदन में जोहतराम ने बताया कि उनको आर्थिक मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है, उनके परिवार को समाज के पदाधिकारी डुमेश्वर साहू, ग्रामीण ढेलउराम साहू, आधारराम साहू, बुधराम साहू, नेहरूराम साहू, बिसेराम साहू बीते 4 वर्षों से प्रताडि़त कर रहे हैं।
कोतवाली पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
उन्होंने आवेदन में कहा है कि गांव के लोगों को हमसे मिलने से भी मना किया जाता है तथा हमें किसी भी सामाजिक कार्य में नहीं बुलाया जाता। हमारे द्वारा किसी के यहां कार्य पर जाने पर भी समाज के इन्हीं लोगों द्वारा दंडित किया जाता है। प्रार्थी ने बताया कि 3 माह पूर्व सिटी कोतवाली गरियाबंद में भी आवेदन दिया था लेकिन सिर्फ कोई कार्रवाई नहीं हुई। आखिर कब तक परिवार इन लोगों से प्राताडि़त होता रहेगा इसलिए निर्णय लिया है कि हमें इच्छा मृत्यु प्रदान की जाए।