जेसीसीजे के अध्यक्ष अमित जोगी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। जिसके बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। जेसीसीजे का भाजपा में विलय की होने की चर्चा तेज हैं।
जानकारी के अनुसार, पार्टी के ज्यादातर नेता भाजपा के साथ जाने में सहमत हैं। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में अमित जोगी की पार्टी को नुकसान हुआ है। विधानसभा चुनाव में जेसीसीजे के खाते में एक भी सीट नहीं आई। 2018 विधानसभा चुनाव में जेसीसीजे को 5 सीटें मिली थी। लेकिन इस चुनाव में उन सीटों को भी जेसीसीजे नहीं बचा सकी। हाल में हुए विधानसभा चुनाव में करारी के बाद जेसीसीजे के भविष्य पर मंथन जारी है।
अमित जोगी की पार्टी का भाजपा में विलय होने के बाद लोकसभा चुनाव 2024 में उन्हें कोरबा की सीट से सांसद प्रत्याशी के तौर पर मैदान पर उतारा जा सकता है। हालांकि, अभी अटकलें ही लगाई जा रही है।