भारतवंशी साफ्टवेयर और रोबोटिक इंजीनियर अमित क्षत्रिय को नासा के मून टू मार्स कार्यक्रम का प्रमुख बनाया गया है। नासा की ओर से हाल ही में इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। एजेंसी की ओर से कहा गया है कि क्षत्रिय तत्काल प्रभाव से यह जिम्मेदारी संभालेंगे। नासा की ओर से कहा गया है कि इस नए मिशन का उद्देश्य मानवता की भलाई के लिए चंद्रमा और मंगल को लेकर अन्वेषण कार्यक्रम को पूरा करना है।
नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा कि यह मंगल पर मानवता की अगली बड़ी छलांग की तैयारी के लिए जरूरी कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने में मदद करेगा। यह कार्यक्रम चंद्रमा के लिए महत्वपूर्ण मिशन भेजने में भी सहायक होगा। साथ ही मंगल पर पहले इंसान को भेजने की तैयारी में भी सहायक होगा। इससे जुड़ा कार्यालय इन मिशनों के लिए हार्डवेयर विकसित करने और जोखिम प्रबंधन को लेकर कार्य करेगा। यह कार्यालय मिशन के लिए योजना बनाने से लेकर विश्लेषण तक का जिम्मा संभालेगा।
अमित क्षत्रिय ने वर्ष 2003 में अंतरिक्ष कार्यक्रम के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत की थी। वह साफ्टवेयर और रोबोटिक इंजीनियर के तौर पर कार्यरत थे। उनका मुख्य कार्य अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का रोबोटिक एसेंबलिग था।