नई दिल्ली। दिल्ली में सिंघु बॉर्डर के पास लंबे समय से किसानों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है। बुधवार को अचानक कुछ लोगों ने वहां लगी बैरिकेडिंग को तोड़ने का प्रयास किया। जानकारी मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं, तोड़फोड़ करने वालों को काबू में करने के लिए फोर्स का भी प्रयोग करना पड़ा। कुंडली बार्डर पर बीते दिनों पंजाब के अनुसूचित जाति के युवक लखबीर की निहंगों ने हत्या कर दी गई थी। युवक पर गुरुग्रंथ की बेदअबी का आरोप लगा कर निहगों ने उसे मौत के घाट उतार दिया था। इस मामले में चार निहंगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं लखबीर की आत्मा की शांति के लिए आज कुछ लोग कुंडली बॉर्डर पर उसी जगह हवन करने जा रहे थे जहां पर लखबीर की हत्या की गई थी। पुलिस को अंदेशा था कि अगर ये लोग वहां पहुंचे तो टकराव हो सकता है। इसलिए प्रशासन ने हल्का बल प्रयोग कर इन्हें वापस खदेड़ दिया।
निहंगों ने बुलाई पंचायत
हत्याकांड के बाद निहंगों की तरफ से हत्या की जिम्मेदारी लेने व चार निहंगों के आत्मसमर्पण करने से हालात तनावपूर्ण चल रहे हैं। नृशंस हत्या के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने निहंगों से पल्ला झाड़ लिया था। साथ ही किसान नेताओं ने निहंगों से चले जाने तक कह दिया था। ऐसे में निहंगों ने कुंडली बॉर्डर पर पंचायत बुलाई। इसमें भारी संख्या में निहंग एकत्रित हुए। वहीं किसान मोर्चा के पदाधिकारी इस हत्याकांड से खुद को अलग रखकर छवि बचाने का प्रयास कर रहे हैं।