कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर जारी घोषणा पत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने का वादा किया गया। इसके बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य में बजरंगियों को ठीक करने और जरूरत पड़ने पर वैन लगाने की बात कही तो यह बात बजरंगियों को लग गई। इसके बाद से नाराज बजरंग दल के कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी उनके निशाने पर है। बिलासपुर के विश्व हिंदू परिसद और बजरंग दल के समर्थकों ने नेहरू चौक पर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका और कांग्रेस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। साथ ही राज्य की भूपेष सरकार को हिन्दू विरोधी बताया।
उधर, धमतरी में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस भवन पर प्रदर्शन करते हुए तोडफोड किया। इस मामले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने आठ नामजद सहित अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कोतवाली पुलिस ने बजरंग दल के पांच कार्यकर्ताओ को गिरफ्तार किया है। धमतरी में 3 मई को बजरंग दल के कार्यकर्ताओ ने कांग्रेस की शवयात्रा निकाली और पुतला दहन भी किया। इसके बाद कांग्रेस भवन में घुसकर तोडफोड की। धमतरी कांग्रेस ने तोडफोड करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कोतवाली थाना में शिकायत दर्ज कराया था।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर हुई कार्रवाई को भाजपा पक्षपात पूर्ण बता रही है। साथ ही कार्रवाई के विरोध में भाजपाइयों ने पुलिस प्रशासन को ज्ञापन सौपा है।