स्वच्छता के काम को लेकर अंबिकापुर की अब तक राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा तो होती थी, लेकिन पहली बार ऐसा मौका था, जब अंतराष्ट्रीय स्तर पर हमारे कामों को दुनिया देख और सुन रही थी। फ्रांस की राजधानी पेरिस में प्लास्टिक पॉल्युशन को लेकर आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेस में ब्राजील, आस्ट्रेलिया सहित विश्व के कई बड़े देशों के प्रतिनिधियों के सामने हमने अपने कामों को जब बताया तो सभी देखते-सुनते रहे।
अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर अंबिकापुर के कामों की चर्चा होना गर्व की बात है। पर्यावरण के क्षेत्र में काम करे देशों के अलावा कई बड़े अंतरराष्ट्रीय संगठन के प्रतिनिधि इसमें शामिल थे। हमारे कामों को दुनिया ने देखा तो हमें भी कई देशों से काफी कुछ सीखने को मिला है, जिससे अपने कामों को और बेहतर बनाएंगे। अंतरराष्ट्रीय मंच पर अंबिकापुर के कामों की चर्चा से अभियान से जुड़ी स्वच्छता दीदियों का हौसला बढ़ेगा, क्योंकि इन्हीं की बदौलत हम यहां तक पहुंचे हैं। प्लास्टिक के कचरे से होने वाले पॉल्युशन से दुनिया चिंतित हैं और हर कोई इससे निपटने दूसरे देशों के बेहतर कामों को सीख रहा है। भारत सरकार ने तीन निगमों अंबिकापुर, विजयवाड़ा, पोर्टवेलेयर को भेजा था। सुखद रहा है कि अंबिकापुर के स्वच्छता मॉडल को दुनिया ने देखा ।
पेरिस से लौटने के बाद निगम कमिश्नर प्रतिष्ठा मंमगाई बताई ये खास बातें-
1. प्लास्टिक कचरे को सड़क पर आने से रोकने गार्बेज कैफे चल रहा है। इसमें आध किलो प्लास्टिक देने पर मुफ्त नाश्ता और एक किलो प्लास्टिक देने पर मुफ्त भोजन कराया जाता है।
- सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाने दीदी बर्तन बैंक चलाया जा रहा है। शादी, विवाह से लेकर पार्टियों में किराये पर दीदियां स्टील का बर्तन देती हैं। इससे सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लग रही है।
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स्वच्छता अभियान महिलाओं के रोजगार से जोड़ा गया है। महिला सशक्तिकरण में इसे बेस्ट बताया गया। भारत सरकार की भी यही थीम है।
अंबिकापुर की तरह बाकी देश भी करें काम : मॉडरेटर
कोबी ब्रांड, पेरिस, जनरल सेक्रेटरी व जॉय बेलमोंटे, महापौर, क्वाइजन सिटी ने अंबिकापुर मॉडल की सराहना कर कहा छोटे और मध्यम श्रेणी के नगरों के लिए उत्कृष्ट उदाहरण अंबिकापुर है. ये कचरा प्रबंधन के साथ आजीविका भी प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि बाकी देशों को भी इसी तरह से काम करना चाहिए, जिससे प्लास्टिक कचरे से होने वाले पॉल्युशन को रोका जा सके।
फ्रांस में आयोजित इंटरनेशनल फोर्म टू एंड प्लास्टिक पॉल्यूशन इन सिटी और द वाइस ऑफ सिटीस एंड रिजन्स ऑन प्लास्टिक पॉल्युशन कार्यक्रम में भाग लेने भारत सरकार आवास व शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा अंबिकापुर निगम आयुक्त प्रतिष्ठा मंमगाई को नामांकित कर पेरिस, फ्रांस भेजा था। भारत सरकार से बतौर प्रतिनिधि चार सदस्यीय टीम भेजी गई थी, जिसमें अंबिकापुर कमिश्नर ने स्वच्छता मॉडल पर व्याख्यान दिया।