छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव में दूसरे चरण के मतदान से पहले भूपेश बघेल ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तर्ज पर बड़ा दांव चल दिया है। मुख्यमंत्री बघेल ने फिर से सरकार बनने पर महिलाओं के लिए गृह लक्ष्मी योजना शुरू करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत महिलाओं को 15 हजार रुपये वार्षिक दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री बघेल ने यह ऐलान दिवाली के दिन किया। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी को इसके लिए आवेदन नहीं करना होगा। कांग्रेस इसे प्रदेश की महिलाओं के लिए दिवाली गिफ्ट बता रही, लेकिन राजनीति के गलियारे में इस ऐलान की टाइमिंग को लेकर सवाल उठ रहे हैं। बड़ा सवाल यह है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को महिलाओं के लिए नई योजना शुरू करने का वादा क्यों करना पड़ा? माना जा रहा है कि इसकी एक वजह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के घोषणा पत्र ‘मोदी की गारंटी’ में महिलाओं के लिए किया गया वादा है। बीजेपी अपने घोषणा पत्र में महिलाओं को 12 हजार रुपये सालाना देने का वादा कर चुकी है।
बीजेपी महिला आरक्षण को भी अपनी बड़ी उपलब्धि के रूप में जनता के बीच लेकर जा रही है। महिला मतदाताओं को बीजेपी का साइलेंट वोटर कहा जाता है। ऐसे में कहा जा रहा है कि कांग्रेस को कहीं न कहीं ये डर था कि कहीं महिला मतदाता छिटक कर बीजेपी के साथ न चली जाएं और इसीलिए सीएम बघेल को छत्तीसगढ़ गृह लक्ष्मी योजना का वादा करना पड़ा।