छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच नोक-झोंक हुई। विपक्षी विधायकों ने कहा कि किसान आत्महत्या कर रहे हैं, लेकिन उस बारे में कुछ नहीं कहा जा रहा है। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन में जय-जय श्री राम और छत्तीसगढ़ महतारी की जय के नारे लगे। इसके साथ ही गुरुवार तक के लिए सदन स्थगित हो गई।
छत्तीसगढ़ विधानसभा की दूसरे दिन की कार्यवाही राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन के भी भाषण से शुरू हुई। राज्यपाल ने कहा कि मेरी सरकार गुड गवर्नेंस को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार ने 18 लाख आवास के वादा को पूरा किया है। दो साल का बकाया बोनस देने का वादा पूरा करने जा रही है। अटल जी और मोदी जी के सपनों को हमारी सरकार साकार करेगी। दो साल का बकाया बोनस और प्रधानमंत्री आवास देने का अपना वायदा पूरा करेंगे। सरकार PSC की नौकरी में पारदर्शिता के लिए भी प्रतिबद्ध है।
राज्यपाल के अभिभाषण को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नीरस करार दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल ने अंग्रेजी में भाषण दिया। राज्यपाल का अभिभाषण आईना होता है। उसमें वह बात नहीं आई जो छत्तीसगढ़ के लिए जरूरी था। उन्होंने कहा कि अनुपूरक बजट प्रस्तुत हुआ। 18 लाख आवास की बात करते हैं। कल्याण उन्नति योजना है, 3100 रुपये के बारे में कहा गया है। बोनस के बारे में कहा गया है। कर्ज माफी के बारे में मुख्यमंत्री अलग कहते हैं और उनके नेता अलग कहते हैं। अनुपूरक बजट में भी कोई नई चीज नहीं दिखाई दे रही है। भाजपा जिन वादों को लेकर जनता के बीच गई। वह कदम सरकार बनने के बाद दिखाई नहीं दिया।