नई दिल्ली। देश में बर्ड फ्लू की दस्तक से हरियाणा के जींद जिले में पोल्ट्री उद्योग पर भारी असर पडऩे लगा है। हालांकि पोल्ट्री व्यवसायी व चिकित्सक चिकन को सुरक्षित बता रहे हैं। वहीं, जींद जिले से प्रतिदिन करीब चार लाख मुर्गे बेचने के लिए भेजे जाते हैं। दिल्ली में बेचे जाने वाले मुर्गों की कीमत में 15 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट आई है। ऐसे में कारोबारियों को प्रतिदिन करीब एक करोड़ 20 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है। हरियाणा का जींद जिला पोल्ट्री का हब है। जिले में करीब 500 से अधिक पोल्ट्री फार्म और 80 से अधिक हैचरी हैं। यहां से करीब 100 गाडिय़ों में प्रतिदिन करीब चार लाख मुर्गे दिल्ली बेचने के लिए भेजे जाते हैं, जिनका वजन करीब आठ लाख किलोग्राम होता है। पहले दिल्ली में मुर्गा 90 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिकता था। जिससे सात करोड़ 20 लाख रुपये का कारोबार प्रतिदिन होता था। वहीं बुधवार को एक मुर्गा 75 रुपये किलोग्राम बिका है।
–पका हुआ चिकन पूरी तरह से सुरक्षित
भारत में लोग पका हुआ चिकन ही खाते हैं। 70 डिग्री पर उबलने के बाद सभी प्रकार के विषाणु मर जाते हैं। ऐसे में चिकन से कोई खतरा नहीं है। हालांकि जींद के पोल्ट्री फार्मर लगातार आकर बचाव की जानकारी ले रहे हैं। तीन दिन में अब तक 50 से अधिक पोल्ट्री व्यवसायी जानकारी ले चुके हैं। इससे लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।
– डॉ. राजू शर्मा, वरिष्ठ चिकित्सक, पशुपालन विभाग, जींद।
नहीं हुई है बर्ड फ्लू की पुष्टि
भारत सरकार तीन महीने पहले ही देश को बर्ड फ्लू मुक्त घोषित कर चुकी है। प्रदेश या जिले में जिन मुर्गियों की मौत हुई है, उसका कारण अधिक ठंड व सही प्रबंधन नहीं होना है। अब तक किसी भी मुर्गी में बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है। सिर्फ लोगों को भ्रमित किया जा रहा है।
– जितेंद्र ढुल, प्रवक्ता ब्रेलर, एसोसिएशन।
पिछले कई दिन से इस प्रकार के समाचार आ रहे हैं लेकिन चिकन की मांग में कोई कमी नहीं है। जिस प्रकार लोग पहले चिकन के आर्डर देते थे, वैसे ही अभी चल रहे हैं।
अक्षित ढुल, संचालक, न्यूट्रिक चिकन, जींद।