रायपुर। भारतीय जनता पार्टी चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ विमल चोपड़ा ने छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल की कार्रवाई पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा रिम्स मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉक्टर गंभीर सिंह सेंदराम का छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल ने तीन महीने के लिए पंजीयन निलंबित किया है। ये गैर जरूरी एवं राजनीतिक कार्यवाही है। डॉक्टर चोपड़ा ने कहा कि एक प्रशासनिक कार्य में यदि कोई खामियांं पाई जाती हैं तो उसके लिए पंजीयन संस्पेंड कर देना ठीक नहीं। छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल की सामान्य सभा में पदस्थ लोगों के नाम देखकर लगभग स्पष्ट हो जाता है कि चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े एक कांग्रेसी नेता के गिरोह के रूप में इसका संचालन हो रहा है, जहाँ डॉ गंभीर पर कार्यवाही मात्र इसलिए कि गई कि वो पिछले चुनाव में मरवाही विधानसभा के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी थे। भाजपा से संबंधित होने के कारण उन्हें मनमाने तौर पर सजा दी गई। डॉ चोपड़ा ने काउंसिल का फैसला गलत बताते हुए कहा कि इन चिकित्सकों को इस बात का पूणर्त: ज्ञान भी है कि अधिष्ठाता का पद प्रशासकीय है एवं इसके निर्वहन में होने वाली त्रुटि सजा प्रशासकीय होगी जिसका कोई भी अधिकार छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल को न होकर स्वास्थ्य शिक्षा विभाग को होगा।