सीएम डॉ मोहन यादव भले ही आज प्रदेश के मुखिया हैं लेकिन आज भी वह अपने पिता से ही पैसे मांगते हैं। इसका एक नजारा तब देखने मिला जब मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव अपने व्यस्त कार्यक्रम में से समय निकालकर अपने पिता पूनमचंद यादव से मिलने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अपने पिता से भोपाल जाने के लिए पैसे मांगे। इसके बाद पिता ने उन्हें अपने पोटली में से पैसे निकाल कर उनके हाथ में रख दिए। इस दौरान दोनों के बीच हल्की नोक झोंक भी देखने को मिली जो दिखाती है कि पिता-पुत्र के बीच के रिश्ते में कितनी मिठास है। दरअसल यह पूरा वाक्या उस वक्त का है जब मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव उज्जैन में दो दिवसीय इन्वेस्टर्स समिट और विक्रमादित्य व्यापार मेले के आयोजन के अलावा अन्य कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान सीएम ने अपने कार्यक्रम में से थोड़ा सा समय निकला और अपने पिता पूनम चंद यादव से मुलाकात करने के लिए पहुंच गए। उन्होंने अपने पिता से कहा कि उन्हें उज्जैन से भोपाल जाने के लिए पैसे चाहिए। यह देखकर ऐसा लग रहा था कि मानों बचपन की तरह ही वह अपने पिता से पैसे मांग रहे हों। बेटे की मांग सुनकर पिता ने भी उनकी इच्छा पूरी करनी चाही और अपनी पोटली से कुछ पैसे निकालकर सीएम के हाथ में रख दिए। पैसे देने के बाद मुख्यमंत्री थोड़ा मजाकिया अंदाज में और पैसे मांगते हैं लेकिन पिता ने पैसा तुरंत पोटली में रख दिया। दोनों के बीच हुए इस नज़ारे को वहां मौजूद लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। पिता से मुलाकात कर और उनसे पैसे लेने के बाद सीएम अपने पिता का आशीर्वाद ले कर वहां से अपने कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए.