लोकसभा चुनाव के लिए I.N.D.I. गठबंधन के तहत कांग्रेस के साथ आई आम आदमी पार्टी दिल्ली विधानसभा चुनाव में अकेले लड़ेगी। पार्टी के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने एलान किया कि कांग्रेस के साथ गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए था। विधानसभा चुनाव में हम अकेले मैदान में उतरेंगे। इससे पहले CM हाउस पर पार्टी के दिल्ली के सभी विधायकों और नेताओं की बैठक में लोकसभा चुनाव के नतीजों की समीक्षा की गई।
राय ने कहा- यह पहले दिन से स्पष्ट है कि INDI गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए था। दोनों पार्टियों ने पूरी ईमानदारी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा, लेकिन विधानसभा के लिए देशभर में कोई गठबंधन अभी नहीं है। राय ने कहा कि हमारी बैठक में हमने दो अहम फैसले लिए हैं। आचार संहिता की वजह से पिछले 2 महीने से दिल्ली में विकास के काम ठप पड़े हैं। हमने फैसला लिया कि सभी विधायक शनिवार-रविवार को अपनी-अपनी विधानसभा में कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग करेंगे। रुके हुए कामों में तेजी लाने की दिशा में काम करेंगे। इसके अलावा शनिवार को पार्टी के सभी पार्षदों के साथ और 13 जून को दिल्ली के सभी कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग होगी। कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने का निर्णय भी हुआ है। पार्टी ने तय किया है कि जब तक अरविंद केजरीवाल जेल में हैं, तब तक लड़ाई जारी रहेगी और पार्टी इसे और ज्यादा मजबूती से आगे लेकर जाएगी।
उधर, भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा- ये सिर्फ मतलब की दोस्ती थी। अब ये लोग एक-दूसरे को गाली देंगे। वहीं, इंडियन एक्सप्रेस से इंटरव्यू में दिल्ली कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष ने देवेंद्र यादव ने माना था कि उनका गठबंधन कमजोर था। उन्होंने कहा- हमारे पास धन की कमी थी। लवली ने भी कांग्रेस कमेटी छोड़ दी। इससे हमारी इमेज खराब हुई। दिल्ली की सभी 7 सीटों पर 25 मई को वोटिंग हुई थी। 4 जून को आए नतीजों में सभी सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की। कांग्रेस-AAP गठबंधन एक भी सीट नहीं जीत सका। दोनों पार्टियों ने कहा कि हार की समीक्षा की जाएगी।