नई दिल्ली। देश में कोरोना की दूसरी लहर थमते नजर आ रही है और संक्रमितों की संख्या में भी कमी आ रही है। मौतों का आंकड़ा भी कम होते जा रहा है। वहीं पिछले कुछ दिनों में पॉजिटिविटी रेट में भी कमी आई है. लेकिन संक्रमण के मामलों में कमी की रफ्तार महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में अब भी काफी कम है. आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पता चलता है कि उत्तरी और मध्य भारत में तो कोरोना के मामलों में लगातार कमी आ रही है, लेकिन पिछले एक महीने से देश के कुल मामलों में महाराष्ट्र और दक्षिण के राज्यों की हिस्सेदारी बढ़ रही है।
देश में गुरुवार को कोरोना संक्रमण के 1,31,739 नए मामले सामने आए हैं, जिनमें से 91,308 नए मामले तो अकेले महाराष्ट्र और दक्षिण के भारत से ही हैं, जो कि कुल मामलों का लगभग 70 प्रतिशत है. जबकि इससे ठीक एक हफ्ते पहले 27 मई को ये प्रतिशत 66.5 था. वहीं, 6 मई को, जिस दिन भारत में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले (4,14,554) सामने आए थे, तब कुल मामलों में महाराष्ट्र और दक्षिण भारत की हिस्सेदारी लगभग 50 प्रतिशत थी. इन आंकड़ों को देखकर कहा जा सकता है कि पिछले कुछ दिनों से देश के कुल मामलों में इन दोनों क्षेत्रों की हिस्सेदारी बढ़ी है.