मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में सरेराह एक दलित को पीटने का मामला सामने आया। इसका कसूर सिर्फ इतना था कि उसने बिरादरी की पंचायत में ठाकुर प्रधान पति की मौजूदगी का विरोध कर दिया। बस फिर क्या था। ठाकुर प्रधान पति को तैश आ गया। उसने अपने रिश्तेदार के साथ मिलकर दलित युवक के गले में पट्टा डालकर उसे सड़क पर खींचा। गलियां दीं और जूतों से बुरी तरह पीटा। घटना शहर मुख्यालय से 30 किमी. दूर भोपा थाना क्षेत्र के बिहारगढ़ गांव की है। यहां दलित समाज के दो पक्षों की एक पंचायत बुलाई गई। इसमें फैसला सुनाने के लिए ग्राम प्रधान ममतेश सिंह चौहान का पति संजय और उनके फूफा ओमप्रकाश पहुंच गए। बिरादरी की पंचायत में ठाकुर प्रधान पति को देखकर वहां एक दलित युवक काला ने विरोध किया। काला ने कहा कि यह हमारी बिरादरी का मामला है। हम लोग निपटा लेंगे। आप लोग पहले कहां थे? बस, इसी बात पर ठाकुर संजय और रिश्वतेदार कमलेश भड़क गया। वह काला से मारपीट की कोशिश करने लगे। विवाद बढ़ा तो पंचायत में मौजूद लोगों ने समझाकर मामला शांत कराया। पंचायत खत्म हुई तो संजय और उसका रिश्तेदार वहां से जाने लगे। तभी उनकी नजर वहीं खड़े दलित काला पर पड़ गई। गुस्से से भरे प्रधान पति ने काला को पकड़ लिया और उसके गले पर पट्टा डाला और सड़क पर खींचने लगा।