नींद, स्मरण शक्ति के विकास और साक्षरता के संबंधों के विषय में जानने के लिए अभी बहुत कम शोध हुए हैं। एक नया अध्ययन प्रारंभिक साक्ष्य उपलब्ध कराता है कि दिन में झपकी लेने से प्रीस्कूली बच्चों के साक्षरता कौशल पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अध्ययन निष्कर्ष ‘चाइल्ड डेवलपमेंट” नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। आस्ट्रेलिया स्थित मैक्वेरी यूनिवर्सिटी तथा ब्रिटेन स्थित आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, यार्क यूनिवर्सिटी व शेफील्ड यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों द्वारा किए गए शोध में यह जानने की कोशिश की गई कि क्या दिन की झपकी प्रीस्कूल (नर्सरी) के बच्चों की अक्षर ध्वनियों (लेटर साउंड) को सीखने और उसे लिखने की क्षमता को बढ़ाती है। मैक्वेरी यूनिवर्सिटी के स्कूल आफ एजुकेशन के लेक्चरर हुआ-चेन वांग ने कहा, ‘सीखने के बाद झपकी लेने से उस जानकारी के नए कार्य में इस्तेमाल की क्षमता बढ़ती है। हमने पाया कि एक झपकी लेने से बच्चों की अक्षर-ध्वनि मानचित्रण (लेटर साउंड मैपिंग) सीखने की क्षमता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। खासकर, अपरिचित शब्दों को पढ़ने में वह काफी मददगार साबित होता है।” अध्ययन में सिडनी (आस्ट्रेलिया) के दो डे-केयर केंद्रों के तीन से पांच साल के 32 बच्चों को शामिल किया गया। इन बच्चों को अक्षरों या ध्वनियों का औपचारिक शिक्षण नहीं प्रदान किया गया था।