राकेश यादव की रिपोर्ट
बछवाड़ा (बेगूसराय): बिहार विधान परिषद सदस्य राजीव कुमार और सरकार के बीच सदन में हुए सवाल-जवाब के बाद मिथिला के प्रसिद्ध झमटिया गंगा घाट पर सैरात वसूली करने वाले बंदोबस्तदार और स्थानीय रैयत के बीच ठने विवाद का संज्ञान लगभग हो चुका है। गत कुछ वर्षों से बंदोबस्तदार के द्वारा गंगा तट तक सड़क के दोनों किनारे दुकान लगवाकर सैरात की वसूली कराई जाती है, जिसके कारण निजी भू-स्वामियों को अपने जमीन तक आवागमन करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
उक्त समस्या को लेकर स्थानीय रैयतों और समाजसेवियों के द्वारा लगातार इसके विरोध स्वरूप संघर्ष किया जा रहा है। मामले को बेगूसराय स्थानीय प्राधिकार विधान परिषद सदस्य राजीव कुमार ने सदन में गंभीरता से उठाया। जवाब देते हुए सरकारी प्रतिनिधि ने इसे समाधान के लिए प्रस्ताव दिया है, जिसमें सैरात की जमीन में पीसीसी सड़क के उद्गम स्थल के दोनों ओर बीस-बीस फिट रास्ता छोड़कर घाट तक पुर्व की तरह दुकानें अवस्थित रहेंगी। इससे सैरात की वसूली जारी रहेगी।
समाजसेवी लालबहादुर यादव ने सरकार की इस कदम की सराहना की है, जबकि अन्य समाजसेवी भी इसे स्वागत किया है।