कोरोना काल के बीच घरों घर विघ्नहर्ता विराजे गए। नियमों के कारण इस बार समिति में गणेश स्थापना भी बहुत ही कम हुई है। वही घरों में गणेश स्थापना करने वालों की संख्या अधिक है। प्रशासन के कड़े नियमों के कारण पहले की तरह शहर के चौक-चौराहों में मूर्ति स्थापना नही किया गया है। जिन समितियों ने स्थापना की वो भी बड़े ही सादगीपूर्ण तरीके से प्रतिमा लाये।
गणेश बिठाने की परंपरा को कायम रखने के लिए अधिकांश लोगों ने घरों में गणेश जी की स्थापना की। सुबह से ही मूर्ति लेने और स्थापना करने का सिलसिला चलता रहा।
नही बजा डीजे
प्रशासन ने गणेशोत्सव में डीजी पर प्रतिबंध लगा दिया है इस लिए इस बार कही भी डीजे के साथ भगवान को नही लाया गया बल्कि जयकारा की गूंज सुनाई दी।