राज्य में कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए राज्य सरकार ने 6 दिनों का लॉकडाउन लगाया था। आज बैठक में इस लॉक डाउन को 6 दिन और बढ़ाए जाने का निर्णय लिया गया है, जिसके बाद अब 6 अगस्त तक लॉकडाउन रहेगा। ऐसी स्थिति में दूर दराज में रहने वाली बहनों के लिए भाई की कलाई में राखी बांध पाना संभव नहीं रहा।
यही कारण है कि हालात को देखते हुए कुछ ने आॅनलाइन राखी सेलिब्रेट करने का सोचा है और कुछ ने लॉकडाउन खुलने के बाद राखी बांधने का आॅप्शन खोज निकाला है। धमतरी निवासी दर्शना बाजपेयी हर साल राखी में राजधानी रायपुर आती हैं, लॉकडाउन आगे बढ़ने का समाचार सुनते ही उन्हें बेहद दुख लगा। दर्शना बताती हैं कि पिछले 41 सालों में कभी भी ऐसा नहीं हुआ की वो राखी में अपने भाई के पास नहीं पहुंची हों। उन्होंने प्लान किया है कि लॉकडाउन खुलने और हालात संभलने के बाद वह अपने भाई को राखी बांधेंगीं।
कुछ घंटों की छूट मिलने की आशा रखने वाली संजना राजधानी में ही रहती हैं उनका मायका भी रायपुर में ही है लेकिन सख्ती होने के कारण एक ही शहर में होकर भी वह राखी नहीं बांध पाएंगी। संजना का कहना है कि प्रशासन को दिनभर में कोई भी समय 3 घंटे का समय राखी बांधने के लिए देना चाहिए था। आज की स्थिति की जिम्मेदार सरकार है जिसने बिना सोचे समझे अनलॉक की ओर रूख किया और सब खोल दिए।
भगवान में राखी चढ़ाने का प्लान किया है मीनल जैन ने। मीनल हर बड़े ही धूम धाम से राखी मनाती थी, लेकिन कोरोना ने इस बार सारे त्योहार खराब कर दिया। उनका मायका खैरागढ में है। ये पहला मौका होगा जब वह राखी नहीं बांध पाएंगी इसके लिए उन्होंने भाई के नाम की राखी भगवान में चढ़ाने का सोची हैं।