सुकमा जिले में पीएलजीए बटालियन की सदस्य महिला नक्सली ने आत्मसमर्पण कर दिया। उस पर 8 लाख का ईनाम घोषित था। वह गत 17 वर्ष से सक्रिय रही है। वह सुकमा और बीजापुर सीमावर्ती क्षेत्र में हुई बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल रही है। उसे शासन की पुनर्वास योजनाओं के तहत सभी प्रकार के लाभ दिए जाएंगे।
सुकमा जिले में चलाए जा रहे शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति’’ के तहत विश्वास, विकास एवं सुरक्षा की भावना और सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘‘पुना नर्कोम अभियान’’ से प्रभावित होकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन में सक्रिय थाना चिंतलनार क्षेत्र जिला सुकमा निवासी महिला नक्सली माड़वी मल्ले उर्फ गंगी ने आत्मसमर्पण कर दिया। वह पीएलजीए बटालियन सदस्य थी और उस पर लाख रुपये का ईनाम था।
महिला नक्सली माड़वी मल्ले उर्फ गंगी ने नक्सल ऑप्स कार्यालय सुकमा में किरण चव्हाण, पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा एवं आकाश मरकाम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, रजत नाग उप् पुलिस अधीक्षक नक्सल आप्स सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। उसे प्रोत्साहन स्वरूप 25,000/- रूपये, साड़ी, श्रीफल, मिष्ठान पुलिस अधीक्षक सुकमा दिया गया।