
उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में कोरोना गाइडलाइन के साथ बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा दो शिफ्टों में आयोजित हुई। इस परीक्षा में साढ़े पांच लाख उम्मीदवार पंजीकृत थे। सुबह की शिफ्ट की परीक्षा के दौरान ही इंटरनेट मीडिया पर बीएड प्रवेश परीक्षा का एक पर्चा वायरल हो गया। हालांकि जांच के बाद पर्चा फर्जी निकला। प्रश्न पत्र वायरल होने की सूचना मिलते ही उसका मिलान किया गया तो जांच में किसी प्रश्न का मिलान नहीं हुआ है।
हर परीक्षा-केंद्र पर कोरोना गाइडलाइन और निर्देशों का पालन कराया गया। हर परीक्षार्थी की थर्मल-स्क्रीनिंग, सभी परीक्षा-कक्षों एवं फर्नीचर आदि को सैनिटाइज कराने की पूरी व्यवस्था की गई थी। जल्द परीक्षा की आंसर-की और रिजल्ट जारी किया जाएगा। यूपी बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा के दौरान प्रयागराज के एक परीक्षा केंद्र पर दूसरे की जगह परीक्षा दे रही सॉल्वर गैंग की एक सदस्य को गिरफ्तार कर लिया गया।
पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री कॉलेज हंडिया में कोरांव की ऊषा देवी की जगह दूसरी महिला परीक्षा दे रही थी। एसटीएफ ने छापेमारी कर ऊषा की जगह परीक्षा दे रही नोएडा की दीक्षा को गिरफ्तार कर लिया। उससे फर्जी कागजात भी बरामद हुए हैं। पूछताछ के बाद एसटीएफ ने इस गैंग से जुड़े शिक्षक बालेंद्र सिंह पटेल को भी पकड़ लिया।
दीक्षा फतेहपुर की रहने वाली है और नोएडा में प्राइवेट नौकरी करती है। उसके पति से तलाक हो चुका है। वह विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पैसा लेकर दूसरे की जगह परीक्षा देती रही है। इससे पहले भी वह सुपर टेट समेत पांच अन्य परीक्षाओं में बैठ चुकी है। वह परीक्षा में बैठने के लिए 50 हजार एडवांस लेती थी।










