उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में गायिका, माडल और समाजसेवी प्रगति चौहान ने फर्जीवाड़ा कर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से सम्मान पा लिया था। जांच में खुलासा हुआ कि फर्जी तरीके से सम्मान पाने के लिए टीबी मरीजों को गोद लेने और उनका भरण-पोषण करने की गलत जानकारी से प्रशासनिक अफसरों को भ्रमित किया गया।
दरअसल, क्षय रोग उन्मूलन के आह्वान को मजबूती देने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल 13 जनवरी को अलीगढ़ आईं थीं। उन्होंने कमिश्नरी में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान चुनिंदा लोगों को सम्मानित कराया था। इनमें सामाजिक क्षेत्र में काम करने का दावा करने वाली अलीगढ़ ज्ञान सरोवर निवासी प्रगति चौहान भी शामिल थीं। प्रगति ने दावा किया था कि उनका फाउंडेशन टीबी मरीजों की सेवा, उनको गोद लेने व उनके भरण पोषण का इंतजाम करता है। इस पर कुछ लोगों सवाल उठा दिए।
इस संबंध में मोहल्ला भमोला निवासी विजय कुमार ने डीएम चंद्रभूषण सिंह से शिकायत की। इसके बाद तत्कालीन एसीएम रंजीत सिंह ने जांच की तो शिकायत सही पाई गई। जांच रिपोर्ट के अनुसार प्रगति ने राज्यपाल के समक्ष गलत तथ्य बयान किए थे। प्रगति चौहान फाउंडेशन का पंजीकरण भी नहीं है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद जिला कार्यक्रम समन्वयक सतेंद्र कुमार ने क्वार्सी थाने में तीन अप्रैल को फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज कराया है।