भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में आरोपी सामाजिक कार्यकर्ता गौतम नवलखा को जमानत देने वाले तत्कालीन न्यायमूर्ति एस मुरलीधर पर पूर्वाग्रह का आरोप लगाते हुए की गई अपनी टिप्पणी के लिए फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने दिल्ली हाई कोर्ट के समक्ष बिना शर्त माफी मांगी है।
हाई कोर्ट ने अग्निहोत्री की ओर से दाखिल आवेदन पर विचार करने के बाद कहा कि अग्निहोत्री अवमाननाकर्ता हैं और उन्हें 16 मार्च को होने वाली अगली सुनवाई पर पेश होने का आदेश दिया जाता है। पीठ ने पूछा कि क्या उन्हें इस अदालत में पेश होने में कोई कठिनाई है? उन्हें उपस्थित होना होगा और व्यक्तिगत रूप से पश्चाताप दिखाना होगा।
अग्निहोत्री ने यह आवेदन लंबित आपराधिक अवमानना मामले में दायर किया है। इसमें अदालत ने मामले में किसी के पेश नहीं होने पर सितंबर माह में अग्निहोत्री और अन्य अवमाननाकर्ता आनंद रंगनाथन और आनलाइन समाचार पोर्टल स्वराज्य पत्रिका के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई करने का फैसला किया था। 2018 में अग्निहोत्री ने इस प्रकरण में कई ट्वीट किए थे।