कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन व वसा सभी जीवों के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं। इसके बावजूद प्रजाति, आबादी व लोगों के बीच आहार भिन्न्ता हो सकती है। एक अंतरराष्ट्रीय अध्ययन में आस्ट्रेलिया, डेनमार्क व फिनलैंड के शोधकर्ताओं ने इस बात का पता लगाया है कि एक ही आबादी के व्यक्ति अलग-अलग आहारों पर जीवित रहने की क्षमता के मामले में कैसे भिन्न होते हैैं। शोधकर्ताओं ने एक आनुवंशिक रिफरेंस पैनल का उपयोग किया, जिसमें लगभग 200 फ्रूट फ्लाई स्ट्रेन (ड्रोसोफिला मेलानोगास्टर) शामिल थे। मक्खियों को क्रमश: प्रोटीन, चीनी, स्टार्च, नारियल तेल या चर्बी अथवा चीनी व चर्बी के संयोजन के उच्च सांद्रता वाले छह अलग-अलग आहार दिए गए। नेचर कम्युनिकेशंस नामक पत्रिका में प्रकाशित इस अध्ययन में पाया गया कि छोटे आनुवंशिक अंतरों ने विभिन्न पोषक तत्वों की ऊर्जा का उपयोग करने की मक्खियों की क्षमता को प्रभावित किया। हेलसिंकी विश्वविद्यालय की शोधकर्ता व अध्ययन की प्रमुख लेखिका एस्सी हवुला के अनुसार, ‘हमने पाया कि फ्रूट फ्लाई के स्ट्रेन (आनुवंशिक प्रकार) काफी भिन्न होते हैं। फलों पर मंडराने वाली इन मक्खियों के भोजन में बहुत अधिक शर्करा होती है।” आनुवंशिक विश्लेषण में शोधकर्ताओं ने कई जीनों की पहचान की, जिन्होंने मक्खियों को शर्करा के उपभोग के अनुकूल क्षमता प्रदान की। इनमें अधिकांश जीन मनुष्यों में भी पाए जाते हैं। हवुला ने बताया कि अध्ययन इस बात के ठोस सुबूत प्रदान करता है कि सभी के लिए समान आहार की सिफारिश उचित नहीं है।