पाकिस्तान की करीब 34 फीसद आबादी प्रतिदिन मात्र 3.2 डालर (करीब 240 रुपये) की आय पर जी रही है। विश्व बैैंक का कहना है कि नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के नए वित्त मंत्री मिफ्ताह इसामिल बेतहाशा बढ़ती महंगाई पर काबू करने की भीषण चुनौती का सामना कर रहे हैैं। यह पाकिस्तान का सबसे बड़ा आर्थिक संकट है।
पाकिस्तान में विकास की प्रगति को लेकर विश्व बैैंक की रिपोर्ट के मुताबिक बेहिसाब महंगाई ने पाकिस्तान के गरीबों को और अधिक बदहाल कर दिया है। वह अपने घर के बजट का अधिकांश हिस्सा दो वक्त की रोटी जुटाने और ईंधन की खपत पर खर्च करते हैैं। गरीब लोग अपनी कुल आय का पचास फीसद हिस्सा खाने-पीने की चीजों पर खर्च कर रहे हैैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि मौजूदा वित्त वर्ष में स्थिति और भी खराब होने वाली है। कर्ज में डूबे पाकिस्तान की वित्तीय हालत संभलने के आसार नहीं हैैं।
विश्व बैैंक ने यह रिपोर्ट मंगलवार को जारी की है, जिस दिन पाकिस्तान के नए पीएम शहबाज शरीफ ने इस्माइल को वित्त मंत्री नियुक्त किया था। वित्त मंत्रालय संभालने वाले इस्माइल और डा.आयशा गौस पाशा वाशिगटन रवाना हो गए हैैं। जहां वह पहली बार अमेरिकी वित्त विभाग के अफसरों, आइएमएफ और विश्व बैैंक के अधिकारियों से बातचीत करेंगे।