
राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर घासीमुंडा गांव को राजस्व ग्राम का दर्जा दे दिया है। इस फैसले से गांव के लोग बेहद खुश हैं, क्योंकि वे 2008 से इस मांग को लेकर संघर्ष कर रहे थे।
घासीमुंडा के रहवासी, जिनकी संख्या 2718 है, लंबे समय से राजस्व ग्राम का दर्जा पाने के लिए प्रयासरत थे। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री साय का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी वर्षों पुरानी मांग पूरी हो गई है।
मुख्यमंत्री बनने के बाद, विष्णुदेव साय ने घासीमुंडा को राजस्व ग्राम घोषित करने का वादा निभाया। इससे गांव के 2778 लोगों को सीधा लाभ मिलेगा, और अब उन्हें छोटे-मोटे कामों के लिए दूर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
इस कदम से जिले में राजस्व गांवों की संख्या बढ़कर 770 हो गई है, जबकि फरसाबहार ब्लॉक में यह संख्या 101 तक पहुंच गई है। गांव में पटवारी कार्यालय स्थापित होने से स्थानीय लोगों के लिए सुविधाएं और बढ़ेंगी।